आज के हम इस आर्टिकल में बहादुर कहानी का सारांश 80 शब्दों में जानेंगे। अमरकांत जी द्वारा लिखा गया बहादुर का कहानी एक नेपाली बच्चों के साथ घर वालों का बुरा व्यवहार का कहानी है।
यदि आप लोग इस लेख को पूरा अंत तक पढ़ते तो मैं गारंटी दे सकता हूं कि Bahadur Kahani Ka Saransh आपको बहुत ही अच्छे से याद हो जाने वाला है।
मैंने इतना बेहतरीन तरीके से समझाया है कि हर कोई पढ़ करके बेहतरीन तरीके से समझ सकता है। कक्षा 12th के विद्यार्थियों के लिए बहादुर’ कहानी का चरित्र-चित्रण बहुत ही महत्वपूर्ण है।
क्योंकि उनके बोर्ड एग्जाम में बहादुर कहानी का सारांश और उद्देश्य लिखिए ऐसा प्रश्न आ जाता है और आपको मैं जो सारांश बाटने वाला हु वही लिखना होता है।
बहादुर कहानी का सारांश
अमरकांत जी द्वारा लिखी कहानी बहादुर एक मध्यमवर्गीय परिवार में नौकर के साथ परिवार जनों द्वारा किए गए अत्यधिक कटु व्यवहार की कहानी है।
बहादुर एक पहाड़ी नेपाली लड़का है। वह एक असहाय बालक है। युद्ध में उसकी पिता की मृत्यु हो चुकी थी और उसकी मां उसे बहुत मारती थी। इसलिए एक दिन वह घर छोड़कर भाग गया और मध्यम वर्गी परिवार में नौकरी कर ली।
वह बहुत परिश्रम से कार्य करता था। निर्मला उससे बहुत खुश थी, क्योंकि वह उससे घर का पूरा काम करवाती थी। वही उसका नाम बहादुर रखी थी। बहादुर पूरा घर साफ करता था और सबके कपड़े भी धोता था।
सुबह जल्दी जग जाता था और रात में लेट तक सोता था। वह हर समय मुस्कुराता रहता था। हँसना और हँसाना उसकी आदत बन गया था। निर्मला का एक लड़का था जिसका नाम किशोर था।
वह अपने सारे काम बहादुर से करवाता था और थोड़ी सी गलती होने पर उसे गालिया देता था और कभी – कभी पिट भी देता था।
निर्मला और उसके लड़के किशोर बहादुर के साथ बहुत ही बुरा व्यवहार करते है। एक दिन रविवार को निर्मला के रिश्तेदार पत्नी बच्चो के साथ उसके घर आये थे। नास्ता करने के बाद बातो की जलेबी छनने लगी तभी उसकी पत्नी निचे झुककर कुछ खोजने लगी।
पूछने पर पता चला की उसके ग्याहर रूपये खो गए है जो चारपाई पर रखे थे। बहादुर से पूछा गया लेकिन उसने रूपये लेने से इंकार कर दिया। बहादुर को इसके लिए खूब पिटा गया और अंत में पुलिस को भी सौपने की धमकी दि गयी।
वे सोच रहे थे की पिटाई की डर से अपराध काबुल कर लेगा लेकिन बहादुर यही कहता रहा की मैंने पैसे नही लिए है। एक दिन दोपहर को बहादुर घर छोड़कर चला जाता है। निर्मला के पति शाम को घर आते है तो देखते है निर्मला सर पर हाथ रखकर दुःखी बैठी है।
सारा आँगन गन्दा पड़ा है और बर्तन बिना माजे पड़े हुए थे। अगले दिन पता चलता है की पैसे किशोर ने ही चुराए थे। उसके बाद निर्मला को अपने किये गए बुरे कर्मो पर पश्चताप होता है।
अब आप लोगों को अमरकांत जी द्वारा बहादुर’ कहानी बहुत ही अच्छे से समझ में आ गया है। मैंने इसकी पिछली लेख में Panchlight Kahani Ka Saransh बताया था आप उसे भी पढ़ सकते हैं।
Bahadur Kahani Ka Saransh PDF Download
यदि आप Bahadur Kahani Ka Saransh PDF Download करना चाहते हैं तो मैं जो बताने वाला हूं उसको आप फॉलो कर सकते हैं। कहानी का पीडीऍफ़ को डाउनलोड करके आप अपने मोबाइल में पढ़ कर सकते हैं।
इसके अतिरिक्त बहादुर’ कहानी का सारांश pdf फाइल के मदद से आप अपने नोट्स को भी बना सकते हैं और अपने एग्जाम में बहुत अच्छे तरीके से लिख सकते हैं।
आपको नीचे पीडीएफ फाइल दिख रहा होगा आप कहानी को यहीं पर पढ़ सकते हैं। इसके अतिरिकित डाउनलोड बटन पर क्लिक करके पीडीएफ फाइल को डाउनलोड कर सकते हैं और अमरकांत जी द्वारा लिखी कहानी को आसानी से पढ़ सकते हैं।
कक्षा 12th यूपी बोर्ड एग्जाम में कहानी का सारांश प्रस्तुत करें पूछा जाता है इसलिए आपको इस पीडीऍफ़ में उतने ही शब्दों में कहानी का पढ़ने को मिलेगा।
FAQ
हम लोगों ने कहानी तो पढ़ लिया है परन्तु उस कहानी से संबंधित कुछ ऐसे प्रश्न होते हैं जो अक्सर आप लोगों के द्वारा इंटरनेट पर पूछे जाते हैं।
मैं अब उन प्रश्नों को जवाब देने वाला हूं और यदि बहादुर कहानी के सारांश संबंधित कोई भी प्रश्न है आपके पास तो नीचे दिए गए मेरे कुछ प्रश्नों का उत्तर पढ़ करके अपने जवाब जान सकते हैं।
बहादुर की कहानी के लेखक कौन है?
बहादुर की कहानी के लेखक अमरकांत जी है इन्होंने खुद को कहानी का पात्र बनाते हुए एक मध्यम वर्गीय परिवार द्वारा किए गए लड़के के साथ दुर्व्यवहार की मनमोहन कहानी लिखी है।
बहादुर कहानी का उद्देश्य क्या है?
लेखक ने कहानी के माध्यम से यह संदेश दिया है कि मानवीय सहानुभूति से ही वर्ग भेद को मिटा सकते हैं। कहानी का उद्देश्य मध्यम वर्गीय समाज के मनोविज्ञान का वास्तविक चित्र बयाँ करती है।
आधुनिक समाज झूठे दिखावा शान सम्मान में विश्वास रखती है और बनावटी जिंदगी जीना पसंद करती है। कहानी के माध्यम से लेखक ने इसी को व्यक्त किया है।
बहादुर’ कहानी का चरित्र-चित्रण?
बहादुर कहानी में मुख्य रूप से चार पत्र है जो की बहादुर, निर्मला और उसका पति और एक पुत्र किशोर है।
मुख्य किरदार के रूप में बहादुर है जो अपनी मां की मारपीट से तंग आकर घर छोड़ देता है और दूर शहर में जाकर के अन्य माध्यम वर्ग के परिवार में नौकरी कर लेता है।
बहादुर का चरित्र सहानुभूति पूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया गया है और वह निम्न दलित वर्ग समाज से रहता है और कहानी के अन्य पात्र मध्यम वर्ग के समाज से रहते हैं।
लेखक की सहानुभूति दलित वर्ग के समाज से होता है। लेखक ने इस वर्ग की मानसिक स्थिति को सहानुभूति पूर्व से प्रस्तुत किया है।
इस प्रकार लेखक को पत्रों के चरित्र चित्रण में सफलता मिलती है और कहानी को पूर्ण रूप से समापन करता है।
बहादुर कहानी लिखने का लेखक का क्या उद्देश्य है कहानी से समाज को क्या संदेश मिलता है?
बहादुर कहानी लिखने का लेखक का मुख्य उद्देश्य दलित वर्ग समाज पर मध्यम वर्ग समाज द्वारा किया गया बुरा व्यवहार के बारे में चित्रण करना है।
इस बहादुर कहानी से समाज को यह संदेश मिलता है की हर वर्ग के समाज को आपस में मिलजुल कर रहना चाहिए। कहानी के माध्यम से दोनों समाजों के बीच के हृदय को परिवर्तन करना कहानी को सफल बनाता है।
निष्कर्ष
प्रिय विद्यार्थी आज हम लोगों ने बहादुर कहानी का सारांश को पढ़ा है। यह कहानी अमरकांत जी द्वारा लिखी गई है जो कि कक्षा 12 के बोर्ड एग्जाम में हर वर्ष पूछा जाता है।
लेखक ने कहानी में मध्यम वर्ग समाज द्वारा किया गया कटु बर्ताव के बारे में बताया है। यदि आपको यह कहानी पसंद आई है तो अपने बाकी मित्रों के साथ साझा कर बहादुर कहानी के बारे में बताएं।
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