प्रिय विधार्थियों इस लेख में Apj Abdul Kalam Ka Jeevan Parichay व साहित्यिक परिचय को सबसे आसान व सरल भाषा में पढने वाले है.
यह प्रश्न आपके सभी बोर्ड व अन्य एग्जाम के लिए अति महत्वपूर्ण प्रश्न है. इस लेख में कई टॉपिक को पढने वाले है जो आपके लिए अति महत्वपूर्ण रहने वाला है. तो चलिए कलाम जी के बारे में एक-एक कार के काई प्रश्नों का उत्तर देख लेते है.
नाम | अवुल पाकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम |
उपनाम | मिसाइल मैन |
जन्म | 15 Oct. 1931 |
जन्म स्थान | धनुषकोडी गांव, रामेश्वरम |
माता | आसिंमा जैनुलाब्दीन |
पिता | जैनुल्लाब्दीन |
पिता का पेशा | मछुआरों को नाव किराये पर देते थे. |
भाई व बहन | 5 भाई 5 बहन |
प्राथमिक शिक्षा | रामनाथपुरम रामेश्वरम के तमिलनाडु के एक नामक गाँव में प्राथमिक विद्यालय में |
स्नातक पास | 1950 में |
विषय | अंतरिक्ष विज्ञान |
रक्षा मंत्री | 1992-1999 तक |
ISRO का निदेशक | 1982 में |
राष्ट्रपति | 11 वें (25 जुलाई 2002 – 25 जुलाई 2007 ) |
पोखरण परमाणु परिक्षण | 1998 में |
- एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय शोर्ट में
- प्रमुख रचनाएँ
- इनकी साहित्यिक परिचय
- भाषा-शैली
- राष्ट्रपति के रूप में
- निष्कर्ष
एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय हिंदी में PDF
प्रिय स्टूडेंट अब इस लेख में आपको Apj Abdul Kalam Ka Jeevan Parichay Short Main व सबसे आसान भाषा में पढने वाले है.
इस लेख को अगर आप पढ़ते है तो यह जीवन परिचय आपको मात्र पढ़ते-पढ़ते याद हो जाएगा और आपको रट्टा मारने की कोई जरूरत नहीं पढेगी व आपके एग्जाम के लिए तैयार हो जाएगा यह प्रश्न हर हाल में. तो चलिए अब इस जीवन परिचय को पूरा अंत तक पढ़ते है.
एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय
जीवन परिचय:- भारत रन डॉ० अबुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्तूबर सन् ।93। ई. को धनुषकोडी रामेश्वरम तमिलनाडु के एक नामक गाँव में हुआ था.
इनके पिता का नाम जैनुलाब्दीन था और नौका मालिक भी थे जो नाव मछुआरों को किराए पर नाव दिया करते थे.
कलाम जी अपने पांच भाइयो व बहनों में से वह सबसे छोटे थे. इन्होंने कलाम जी अपनी प्रारंम्भिक शिक्षा रामनाथपुरम के एक मैट्री कुलेशन स्कूल से पूरी की और स्नातक की पढ़ाई सेण्ट जोसेफ – कालेज से पूरी की थी.
इसके बाद इन्होने हाबर क्राफ्ट परियोजना पर काम करने के लिए भारतीय रक्षा अनुसन्धान एवं विकाश संस्थान में प्रवेश लिया.
इन्होने SLB के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया. इसलिए इनको मिसाइल मैन भी कहा गया. ये भारत के राष्ट्रपति के पद पर भी रहे तथा विभिन्न विश्वविद्यालयो में अध्यापन कार्य भी किये.
कलाम जी को दिल के दौरा पड़ने के कारण 27 जुलाई 2015 को ही 84 वर्ष की अवस्था में दुनिया को अलविदा कहकर चले गए
प्रमुख रचनाएँ
अब इस लेख में यह पढने वाले है की को Apj Abdul Kalam Ka Jeevan Parichay के क्या-क्या रचनाएँ को इनकी प्रमुख कृतिया निचे निम्नलिखित है.
- इंडिया 2020
- अविजन फॉर द न्यू मिलेनियम
- विंग्स ऑफ फायर
- ऐन आटोबायोग्राफी
- मिशन इंडिया
- भारत की आवाज
- अग्नि की उड़ान
- हम होंगे कामयाब आदि
इनकी साहित्यिक परिचय
अब इस लेख में आपको सबसे सरल व आसान भाषा में साहित्यिक परिचय को सबसे सॉर्ट में पढने वाले है. यह साहित्यिक परिचय भी कई बार आपके बोर्ड एग्जाम में पूछा जाता है.
अगर आप इस को पूरा पढ़ लेते है तो आपका एग्जाम के लिए यह साहित्यिक परिचय याद हो जाएगा और आपको कोई रट्टा मरने की जरूरत नहीं है. तो चलिए अब इस साहित्यिक परिचय को पूरा अंत तक पढ़ते है.
साहित्यिक परिचय:- मिसाइलमैन’ के रूप में भारतीय जनता समेत समस्त विश्व में लोकप्रिय भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जन्म सन 15 अक्टूबर, 1931 ई. को धनुषकोड़ि गाँव, रामेश्वरम्, तमिलनाडु में एक निम्न वर्गीय परिवार में हुआ था.
आर्थिक अभाव में पल रहे कलाम ने अपनी शिक्षा की राह की सारी मुश्किलों का डटकर सामना किया है.
कलाम जी ने अपनी रचनाओ द्वारा युवा पीढ़ी को आगे बढने का एक अच्छा मार्ग बताया है वर्ष 1962 ई० में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में आने के बाद इन्होने कई परियोजनाओ में अहम् भूमिका निभाई है.
इन्होने महत्वपूर्ण योगदान S.L.V -3 के निर्माण में दिया और इन्ही कारणो से इन्हें मिसाइल मैन भी कहा जाता है. ये २००२-2007 तक भारत के राष्ट्रपति रहे है.
हिन्दी साहित्य में योगदान:-
हिन्दी साहित्य में योगदान:- कलाम जी विचारों के धनी थे देश के विकास एव युवा पीढ़ी की जागरुकता की हमेशा चिन्ता करते थे. सन् 27 जुलाई 2015 को इनका निधन हो गया.
शिक्षा
शिक्षा:- अब्दुल पाकिर जाकिर कलाम जी की प्रारम्भिक शिक्षा उन्होंने तमिलनाडु के रामेश्वरम के एलेंमेंट्री स्कूल से हुई थी तथा बी.एस.सी. की पढ़ाई जोसेफ कॉलेज से हुई थी.
इसके बाद उन्होंने 1954-57 में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) से ऐरोनिटिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है. (यह Apj Abdul Kalam Ka Jeevan Parichay व उनकी शिक्षा रही)
भाषा शैली
भाषा शैली:- कलाम जी की शैलियों और विचारो को समझना थोडा मुश्किल है इन्होंने नए नए मुहावरों का प्रयोग किया है.
एपीजे अब्दुल कलाम जी का करियर
अब इस लेख में Apj Abdul Kalam से जुडी कलाम जी की करियर के बारे में पढने वाले है. जो आपको जानना जरुरी है इसी लेख में अब्दुल कलाम जी के करियर में क्या-क्या किया है. तो चलिए अब इस लेख को एक-एक कर के पूरा पढ़ते है.
एपीजे अब्दुल कलाम जी का करियर:- एरोनिटिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा हासिल करने के बाद कलाम जी ने अपनी करियर की शुरुआत में ही इंडियन आर्मी के लिए एक स्माल हेलीकॉप्टर का डिज़ाइन तैयार किया.
सन 1972 ई० में वे भारतीय अंतरीक्ष अनुसन्धा संगठन से जुड़े थे. कलाम जी को भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह (एस० एल० वी० तृतीय) प्रक्षेपास्त्र बनाने का परियोजना महानिदेशक के रूप में श्रेय हासिल हुआ है.
सन 1980 ई० में पृथ्वी की कक्षा के निकट रोहिणी उपग्रह को कलाम जी ने स्थापित किया था. इसरो यानि की इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन लांच व्हीकल प्रोग्राम को आगे बढ़ाने का श्रेय भी उन्हे यानि की कलाम जी को प्रदान किया जाता है.
उन्होंने यानि की अब्दुल पाकिर जाकिर स्वदेशी लक्ष्य भेदी नियंत्रित प्रक्षेपास्त्र (गाइडेड मिसाईल) कलाम जी ने डिज़ाइन किया. उन्होंने अग्नि तथा पृथ्वी जैसे प्रक्षेपास्त्रो को स्वदेशी तकनीकी से बनाया था.
कलाम जी ने भारत के विकासस्त्र को 2020 तक विज्ञान के क्षेत्र में अत्याधुनिक करने के लिए एक विशिष्ट सोच प्रदान किया है.
राष्ट्रपति के रूप में
इनके राष्ट्रपति बनने तक का सफर क्या-क्या है. इस लेख में अब्दुल कलाम जी के निबन्ध व राष्ट्रपति के रूप में इस लेख में पढने वाले है.
राष्ट्रपति के रूप में: इनका तमिलनाडु के मध्यमवर्गीय यानी की एक साधारण परिवार में जन्म लेने वाले एक बालक अब्दुल कलाम इनका जन्म सन 1931ई. को हुआ था.
कलाम का यह सपना था कि वह एक दिन यानी की आने वाले समय में वह पढ़ाई कर के पायलट बने और आसमान की अनन्त ऊँचाइयों को नापे व अपने इस सपने को साकार यानि कि पुरा करने के लिए उसने समाचार पत्र तक बेचे थे.
गरीबी मैं भी अपनी पढ़ाई जारी रखी और आखिरकार आर्थिक तंगियों से संघर्ष करते हुए यह बालक उच्च शिक्षा हासिल कर पायलट के लिए होने वाली भर्ती परीक्षा में सम्मिलित हुआ उस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद भी उसका चयन नहीं हो सका था.
क्योंकि कलाम जी ने जिस समय परीक्षा दिया था उस मे केवल आठ पायलटों का चयन होना था.
उस परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की सूची में उस बालक यानि की कलाम जी का स्थान नौवाँ था और उनका जयन नहीं हुआ था.
इस घटना से काफी प्रभावी हुई पर उसने कभी भी हार नहीं मानी और अपनी पढ़ाई जारी राखी थी. एपीजे को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया.
विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी उनका समर्थन किया और 18 जुलाई, 2002 को उन्हें 90 % बहुमत द्वारा भारत का राष्ट्रपति चुना गया.
साथ ही में प्रथम ऐसे राष्ट्रपति भी हैं, जो अविवाहित रहे. कलाम जी राष्ट्रपति के रूप में यानि की जब वह राष्ट्रपति बने तो वह अपने कार्यकाल में उन्होंने कई यानि की अनेको देशों का दौरा किया.
वे एपीजे कलाम जी राष्ट्रपति भवन को सुशोभित करने वाले प्रथम यानि की पहला वैज्ञानिक हैं.
इन्हें भी पढ़े:- डॉ राजेंद्र प्रसाद का जीवन परिचय
FAQ (एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय से जुड़े कुछ सवाल और उसके जवाब )
अब इस लेख में Apj Abdul Kalam Ka Jeevan Parichay से जुडी कुछ आपके द्वारा ही पूछे गए प्रश्न का उत्तर जानने वाले है. इस लेख में सबसे ज्यादा बार पूछे जाने वाले प्रश्न है. तो चलिए अब इस लेख को पूरा अंत तक पढ़ते है.
एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय कैसे लिखें?
एपीजे व जन्म-स्थान व पूरा नाम क्या है. यह सब पहले लिख ले उसके बाद इनके पिता व माता जी का पूरा नाम व शिक्षा के बारे में विस्तार से पूरा एक-एक कर के लिखे और इन्होने क्या-क्या किया है. अब्दुल कलाम की देहान्त कब हुआ यह सारे टॉपिक को आपको लिखना होगा.
अब्दुल कलाम कौन से पद पर थे?
अब्दुल कलाम एक वैज्ञानिक व भारत के राष्ट्रपति भी रहे है. इनका कार्यकाल 2002 से 2007 तक यह भारत के राष्ट्रपति भी रहे है. इन्होने कई अनेको रचनाएँ भी किए है.
अब्दुल कलाम क्या प्रसिद्ध थे?
अब्दुल कलाम इस लिए प्रसिद्ध थे वह भारत के वैज्ञानिक व भारत के राष्ट्रपति भी रहे है. कलाम जी अनेको युवाओ का उन्हों ने अक्षा व शिक्षा दिया है.
निष्कर्ष
आज हम लोगो ने एपीजे अब्दुल कलम का जीवन परिचय के बारे में बहुत ही अच्छे से जाना है. अब्दुल जी भारत के सर्वोच्च राष्ट्रपति के पद पर जाने जाते है. इनका जीवन बहुत ही संघर्षो एवं कठिनाईयों से गुजरा है.